
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के जगतपुरा क्षेत्र में स्थित जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के अस्पताल द्वारा राज्य सरकार के मुखिया, यानी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला किया गया था कि राज्य में कोरोनावायरस की जांच ₹2200 की जगह अब केवल 1200 में होगी, लेकिन जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के द्वारा अभी तक भी ₹2200 वसूले जा रहे हैं।

14 सितंबर को सरकार ने यह फैसला किया था, किंतु उसके 4 दिन बाद यानी 17 सितंबर तक भी जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी अस्पताल की तरफ से कोविड-19 की जांच के एवज में ₹2200 की वसूली की जा रही है।

इस मामले को लेकर जयपुर कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा और जयपुर सीएमएचओ को भी एक आरटीआई एक्टिविस्ट के द्वारा पत्र लिखकर शिकायत की गई है, किंतु ज्ञात जानकारी के मुताबिक अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
उल्लेखनीय है कि शुरुआत में कोविड-19 की जांच के एवज में सरकार ने ₹4500 निर्धारित किए हुए थे। लेकिन बाद में इस को घटाकर ₹2200 कर दिए और 14 सितंबर को इसकी दर में कमी करते हुए ₹1200 किया गया है।
गौरतलब है कि प्राइवेट हॉस्पिटल और प्राइवेट जांच लैब में कोरोनावायरस की जांच का खर्चा महज ₹200 होता है। फिर भी सरकार ने ₹1200 निर्धारित किए हुए हैं, जिसका भी जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी अस्पताल जैसे अस्पतालों के द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है।