
बहुजन समाज पार्टी के राजस्थान में दिसंबर 2018 के दौरान जीत कर आए सभी 6 विधायकों को व्हिप जारी कर कहा है कि सदन के भीतर को सदन के बाहर कहीं पर भी कांग्रेस पार्टी के समर्थन में वोट नहीं करें।
उल्लेखनीय है कि बहुजन समाज पार्टी के सभी 6 विधायकों ने 2019 के दौरान ही कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली थी। बताया गया था कि पूरी पार्टी के कुल 6 विधायकों ने सभी ने कांग्रेस ज्वाइन की थी इसलिए दल बदल का कानून लागू नहीं होता है।

इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सीपी जोशी के समक्ष याचिका दायर की थी। 4 महीने तक एक भी सुनवाई नहीं करने के बाद 2 दिन पहले अचानक सीपी जोशी ने भाजपा की अपील को खारिज कर दिया।
इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी हाई कोर्ट में चली गई, जहां पर आज सुनवाई होनी है। यदि कोर्ट ने भाजपा की अपील स्वीकार कर ली और बसपा के विधायकों के विलय को गलत पाया गया तो बड़ा राजनीतिक संकट खड़ा होने वाला है।

दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने रविवार देर रात व्हिप जारी कर अपने सभी 6 विधायकों को कांग्रेस पार्टी के खिलाफ वोटिंग करने को कहा है। अब समस्या यह है कि यदि छह विधायक बसपा के हैं तो वर्तमान में अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई है।
अगर हाईकोर्ट ने भाजपा की अभी को सही माना और बसपा के विधायकों के विलय को गलत ठहराया तो सभी छह विधायक फिर से बसपा के होंगे और उनकी विधानसभा सदस्यता भी चली जाएगी।