
जयपुर। एक तरफ जहां राजस्थान में राजनीतिक संकट के बीच भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार को लगातार सवालों के घेरे में खड़ा किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा के ही एक विधायक ने अपने दल पर कई गंभीर आरोप लगा दिए हैं।
राजस्थान विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और भीलवाड़ा जिले में शाहपुरा के विधायक कैलाश मेघवाल ने एक लिखित बयान जारी करते हुए कहा है कि विपक्षी दलों के साथ मिलकर भाजपा अशोक गहलोत सरकार को गिराने का प्रयास कर रही है।
कैलाश मेघवाल ने स्पष्ट तौर पर लिखा है कि राजस्थान के लोकतांत्रिक इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई दल सरकार को गिराने के लिए हॉर्स ट्रेडिंग कर रहा है। इसके लिए उन्होंने एक तरह से राज्य भाजपा नेतृत्व को सवालों में लिया है।

उल्लेखनीय है कि कैलाश मेघवाल को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का बेहद करीबी नेता माना जाता है। इससे पहले गुरुवार को कैलाश मेघवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए वसुंधरा राजे के बंगला नंबर 13 को खाली नहीं करवाने के मामले में भी अशोक गहलोत सरकार का खुलकर बचाव किया था।
बजट सत्र के दौरान चलते हुए सदन में जब भाजपा की तरफ से प्रमुख विपक्षी दल होने के कारण अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ सदन से वाकआउट किया गया था, तब भी कैलाश मेघवाल अपने दल के साथ बाहर नहीं निकले थे।
बाद में इस मामले को लेकर भाजपा के अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया की तरफ से वसुंधरा राजे को संरक्षण देकर कैलाश मेघवाल का बचाव किए जाने के आरोप लगाने पर वसुंधरा राजे और डॉ सतीश पूनिया के बीच काफी तू तू मैं मैं हुई थी।
उल्लेखनीय भी किया है कि नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने 2 दिन पहले ही वसुंधरा राजे पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए साफ कहा है कि अशोक गहलोत सरकार को बचाने के लिए वसुंधरा राजे नागौर के विधायकों को फोन करके गहलोत सरकार के समर्थन में खड़े होने के लिए दबाव बना रही हैं।
कैलाश मेघवाल के द्वारा खुलकर अपने ही दल के खिलाफ अशोक गहलोत सरकार को गिराने के आरोप लगाने और हनुमान बेनीवाल के द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर अशोक गहलोत सरकार के बचाव में आने के आरोप लगाने से राज्य में अब राजनीतिक बवंडर खड़ा हो गया है।
आपको यह भी बता दें कि इससे पहले 2 दिन पूर्व ही राजस्थान के कांग्रेस विधायक और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एक टेलीविजन के साथ साक्षात्कार में कहा था कि अशोक गहलोत जहां वसुंधरा राज्य सरकार द्वारा किए गए गलत कार्यों को जारी रख रहे हैं, वहीं वसुंधरा राजे अशोक गहलोत की वर्तमान सरकार को बचाने का पूरा प्रयास कर रही हैं।