
नेशनल दुनिया, जयपुर।
हमेशा की भांति राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) और उसके अध्यक्ष दीपक उप्रेती एक बार फिर से गंभीर सवालों के घेरे में हैं।
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सहायक सांख्यिकी अधिकारी भर्ती 2018 की परीक्षा, जिसका आयोजन 3 जनवरी 2018 को किया गया, इसमें अध्यक्ष दीपक उप्रेती पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
इस परीक्षा के लिए कुल 20788 अभ्यर्थियों ने आवेदन किये थे। लेकिन परीक्षा में 11661 परीक्षार्थी बैठे, यानी परीक्षा में 56% उपस्थिति रही। परीक्षा का आयोजन अजमेर जिला मुख्यालय पर किया गया था। इन भर्ती में 209 पदों पर जोइनिंग होनी थी।
इस परीक्षा का 14 मई 2019 को अंतिम परिणाम जारी किया गया था, किन्तु इसमें बड़े स्तर पर धांधली और भ्रष्टाचार देखने के आरोप लग रहे हैं।
इस प्रकरण में अब छात्र कोर्ट का दरवाजा खटखटाने पर मजबूर हैं। दो अभ्यर्थियों के द्वारा इस गंभीर मामले में कोर्ट में अपील लगाई दायर की गई है।
एक अभ्यर्थी सज्जन कुमार सैनी का कहना है कि परीक्षा की गंभीरता और परिणाम की हालत यह है कि प्रथम रैंक लाने वाले Non Tsp अभ्यर्थी के 97 अंकों में से 93.13 और Tsp अभ्यर्थी के 91.41 प्रतिशत अंक आये हैं, जो शक के घेरे में बना हुआ है।
TSP से सहायक सांख्यिकी अधिकारी भर्ती में परीक्षा में कुल 13 विद्यार्थियों को पास किया गया है। इसमें एक ही जाति के अभ्यर्थियों को पास किया गया है। इनकी सूची रैंक वाइज निम्न प्रकार है-
- प्रदीप शर्मा
- इंद्रबीर सिंह सारंगदेवोत
- राजदीप सिंह चौहान
- विजय प्रताप सिंह चौहान
- धीरेंद्र नारायण सिंह चौहान
- बलवीर सिंह राठौड़
- विशाखा चौहान
- दिग्विजय सिंह चौहान
- वीरेंद्र सिंह चौहान
- ऋषि राठौड़.
- निकिता नागडा
- पीनल सिंह राणावत