
नेशनल दुनिया, चूरू।
चुरू जिले के सादुलपुर थाने के सर्किल इंचार्ज विष्णुदत्त विश्नोई के द्वारा शनिवार को आत्महत्या किए जाने के मामले में आज रविवार को नया मोड़ आ गया।
सादुलपुर थाना के करीब 33 से अधिक पुलिसकर्मियों ने बीकानेर रेंज आईजी और प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर किसी दूसरे थाने में तबादला करने की अर्जी लगाई है।
आपको बता दें कि शनिवार को सर्किल इंचार्ज विष्णुदत्त विश्नोई के द्वारा अपने सरकारी क्वार्टर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली गई थी।

शनिवार को सुबह ही उनका शव बरामद किया गया था। देर रात तक पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
पूरे थाने के द्वारा पत्र लिखे जाने के कारण राजस्थान के पुलिस महकमे में खासी चर्चा है, तो संबंधित पुलिस अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं।
इस मामले को लेकर एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई है। आत्महत्या करने वाले सर्किल इंचार्ज विष्णुदत्त विश्नोई की आत्महत्या के मामले में जांच सीआईडी सीबी को सौंपी गई है।
मामला राजस्थान में राजनीतिक रूप से भी तूल पकड़ता जा रहा है। राजस्थान भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है।
इसके साथ ही नागौर के सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गृह मंत्री पद से इस्तीफा देने और मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने सादुलपुर थाने के बाहर देर रात तक धरना देकर इस प्रकरण में तीन मांगे इस प्रकार के सामने रखी थी, जिनमें से अभी तक किसी भी मांग पर सहमति नहीं बनी है।
मामले में स्थानीय विधायक कांग्रेस की प्रथम पुण्य का नाम सामने आने के बाद अब नया राजनीतिक मामला तूल पकड़ता जा रहा है।

कृष्णा पूनियां के समर्थकों मुताबिक यहां के पूर्व विधायक मनोज न्यांगली ने जानबूझकर कृष्णा पूनिया का नाम उछाला है।
इस बीच शनिवार देर शाम उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ पर दिवंगत की डेड बॉडी बिना वजह की नेतागिरी करने का आरोप लगाने वाले राजगढ़ के डीसीपी रामप्रताप विश्नोई का तबादला शुरू कर दिया गया है।