
जयपुर। जयपुर के जगतपुरा के बालाजी स्टेडियम में किसान-जवान हुंकार सभा करके केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आज दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक रेल को रोककर राजस्थान के युवानेताओं ने अपना विरोध दर्ज कराया।
इस दौरान राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ महासचिव नरेश मीणा, मरुप्रदेश निर्माण मोर्चा के संजय पूनियां, नसीरुद्दीन खान धौलपुर, प्रमोद सैनी उदयपुरवाटी व मरुसेना के जयन्तमूण्ड ने मंच से कहा कि जब तक काले कानून वापस नही होंगे, तब तक किसान व जवान इस आंदोलन को जारी रखेगा। सयुंक्त किसान मोर्चा के रेल रोको आंदोलन का मकशद कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए सरकार पर दबाब बनाना है।

मरुसेना अध्यक्ष जयन्त मूण्ड ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो रेल बेची है उसको पटरियों पर किसान नही चलने देंगे। केंद्र सरकार के विवादित कृषि कानूनों का विरोध तब तक तेज होता रहेगा जब तक कि किसानों की मांगें नहीं मानी जाती।
इन कानूनों के खिलाफ अब गांव गांव में जनता को जागृत करेंगे व राजस्थान से किसानों का बवंडर खड़ा करेंगे जिसके तूफान से 25 सांसदों की सीटे उड़ जाएगी।

किसान जवान हुंकार सभा के बाद सभी हजारों नोजवान जगतपुरा रेलवे फाटक व स्टेशन पर पटरियां पर बैठकर किसानों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की गई।
बता दें कि किसान लगाातर पिछले करीब 3 महीने से कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार से मांग है कि वो तीनों कानूनों को रद्द करे क्योंकि ये कानून किसान के हित में नहीं हैं।
इसे लेकर सरकार और किसान नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत भी हो चुकी है लेकिन सरकार कानूनों को सही बताकर वापस लेने से इनकार कर रही है तो वहीं किसान अड़े हैं कि वो कानून रद्द करवाकर ही घर लौटेंगे।