
-एनडीए के सहयोगी सांसद हनुमान बेनीवाल ने कोटपूतली में सभा के बाद दिल्ली की तरफ कुछ किया। तीन कृषि कानून पारित करते वक्त हनुमान बेनीवाल की कोरोना की फर्जी रिपोर्ट बनाई गई थी, ताकि वह संसद में हिस्सा नहीं ले सके।
Delhi /Jaipur.
रालोपा संयोजक व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने शनिवार को कोटपूतली में सभा करने के बाद अपने समर्थकों के काफिले के साथ दिल्ली की तरफ कूच कर लिया।
सांसद ने कोटपूतली में कहा की संसद में जब यह बिल आये थे, तब उनकी कोरोना पॉजिटिव होने की झूठी रिपॉर्ट देकर सदन की कार्यवाही से वंचित कर दिया गया। ऐसे में उन्होंने मीडिया व डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लगातार बिलो का विरोध कर रहे हैं और किसान आंदोलन के समर्थन में किसानों के साथ खड़े हैं।
इस बात का खुलासा खुद हनुमान बेनीवाल के द्वारा किया गया है। उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने उसकी कोरोना रिपोर्ट झूठी बनवाकर सदन में कार्रवाई में भाग लेने से वंचित कर दिया, जिसके चलते किसानों के खिलाफ बिल पास हो गए।
हनुमान बेनीवाल के द्वारा लगाए गए इस आरोप के बाद स्पष्ट हो गया है कि वह अब एनडीए के घटक दल के रूप में अधिक समय तक पार्टी के साथ नहीं रहेंगे, जबकि पंचायत समिति चुनाव के दौरान उनकी पार्टी का प्रदर्शन काफी कमजोर होने के कारण कहा जा रहा था कि बेनीवाल भाजपा का साथ नहीं छोड़ेंगे।
इससे पहले शनिवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवारी की वापसी के दौरान बसपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि हनुमान बेनीवाल साथ रहते हैं या छोड़ते हैं, यह उनका निर्णय है, किंतु तीनों कृषि कानून किसानों के लिए बेहद फायदेमंद है।
फिलहाल हनुमान बेनीवाल अपने काफिले के साथ कोटपूतली में पहुंच गए हैं और उससे आगे दिल्ली पहुंच के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन पुलिस के द्वारा उनके काफिले को रोक दिया गया है। अब संभवत है बेनीवाल कल है दिल्ली के लिए रवाना होंगे।