जयपुर। अंतर्राष्ट्रीय जैम्स एंड ज्वैलरी व्यवसायी और होटल शिव विलास के ऑनर जैकुल शर्मा ने प्रीमियर हैंडबॉल लीग (पीएचएल) के साथ खेल व्यवसाय में भी अपने कदम जमा दिए है। जैकुल शर्मा ने प्रीमियर हैंडबॉल लीग में राजस्थान का नेतृत्व करने वाली टीम किंग हॉक्स राजस्थान को खरीद लिया है। इसका आयोजन दिसम्बर माह में जयपुर में होगा।
गौरतलब है कि लंबे अरसे से ईयू कंट्रीज में व्यापक रुप से भारतीय जैम्स एंड ज्वैलरी को पहचान दिलाने वाले जैकुल शर्मा का परिवार 80 के दशक में पैंटिंग व्यवसाय से जुडा हुआ था।
उनके परिवार के वरिष्ठजन पहले हैरिटेज पैंटिंग्स का कारोबार करते थे। अंग्रेजी भाषा के साथ ही उनके परिजनों को जर्मन, फ्रैंच, स्पेनिश, इतालवी, पुर्तगाली और अन्य यूरोपियन भाषाओं का अच्छा ज्ञान था।
इसीलिए वे अपनी हैरिटेज पैंटिंग्स की ओर यूरोपियन सैलानियों को आकर्षित करने में कामयाब रहते थे।
बता दें कि यह दौर वह दौर था जब यूरोपियन देशों में इंडियन आर्ट का जमकर बोलबाला था। मुगलई आर्ट यूरोपियन सैलानियों को खूब आकर्षित करती थी।
दरअसल 1991 में जब गल्फ कंट्रीज में वार छिड़ी हुई थी तब भारतीय पर्यटन के लिए स्वर्णिम दौर की शुरुआत हुई। इसी दशक में राजस्थान का गुलाबी शहर जयपुर शाही वस्तुओं का हब बन रहा था।
जयपुर इन दिनों यूरोपियन सैलानियों को खूब आकर्षित कर रहा था। उऩ्हें यहां की खूबसूरत हैरिटेज पैंटिंग्स के साथ ही जैम्स एंड ज्वैलरी काफी लुभाती थी।
लेकिन ज्यादातर यूरोपियन सैलानियों और स्थानीय व्यापारियों के बीच भाषा बडी बाधा थी। लेकिन जैकुल शर्मा के परिवार ने सभी यूरोपियन भाषाओं में महारथ हासिल थी।
उनका परिवार हैरिटेज पैंटिंग्स के साथ ही जयपुर के जैम्स एंड ज्वैलरी कारोबार को विदेशों में स्थापित करने में कामयाब रहा।
उस दौर में ज्वैलरी में कातिया ब्रांड की काफी डिमांड थी। अवसर को भांपते हुए जैकुल शर्मा के परिजनों ने इटली में जमकर जैम्स एंड ज्वैलरी का कारोबार फैला दिया। इटली के मिलान,विचेन्सा, वालेन्सा और एरेस्सो में इन्होंने अपने अलग अलग ब्रांड्स के आउटलेट्स और स्टोर शुरु किए।
जैकुल शर्मा ने बताया कि 2001 में जब भारतीय बाजार का विस्तार हो रहा था इस दौरान उऩके परिवार ने पर्यटन के क्षेत्र में नई संभावनाओं को भांपकर इस ओर भी अपने कदम बढाए।
उन्होंने इटली के पिलवाल नाम की एक कंपनी शुरु की जिसके जरिए यूरोपियन पर्यटकों को वे भारतीय पर्यटन से जोडने में सफल रहे। इसके साथ कारपेट और टैक्सटाइल व्यवसाय में भी उन्होंने अच्छा काम किया।
2005 में जब क्राइसिस की शुरुआत हुई तब इन्होंने अपने एक और नए ब्राण्ड के जरिए ज्वैलरी के साथ ही डायमंड और लेदर एसेसरीज की लंबी श्रंखला लॉन्च की।
जैकुल शर्मा और उनके परिवार ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अपने कदम जमाने के साथ ही भारतीय ट्यूरिज्म को बढावा देने में कई नवाचार भी किए, लेकिन ट्यूरिज्म के क्षेत्र में काम करने के दौरान इंडिया में यूरोपियन सैलानियों का यहां के होटल्स को लेकर रिव्यू कमजोर आ रहा था।
विदेशी सैलानियों को राजस्थान में लग्जरी के साथ ही रॉयल हॉस्पेटिलिटी की दरकार थी। बस फिर क्या था हमेशा से क्रिएटिव करने के शौकीन जैकुल शर्मा के पिता और पेश से आर्किटेक्ट शिव शर्मा ने होटल शिव विलास की आधार शिला रखी।
होटल शिव विलास 2005 में लॉन्च हुआ और 3 साल के कडे संघर्ष के बाद देशी विदेशी सैलानियों का आकर्षण का केन्द्र बन गया। भविष्य की जरुरतों और पर्यटकों की आवक को देखते हुए 2015 में उन्होंने शाही महल को लॉन्च कर दिया। 2018 में 250 कमरों की रिक्वायरमेन्ट को देखते हुए अमन विलास का सपना देखा जो 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय जैम्स और ज्वैलरी और पर्यटन के क्षेत्र में अच्छा अनुभव रखने के दौरान यूरिपियन देशों में स्पोर्ट्स गतिविधियों ने जैकुल शर्मा को काफी आकर्षित किया। उनको यहां हैंड बॉल को लेकर काफी रुचि थी।
वे ऐसा कोई प्लेटफॉर्म ढूंढ रहे थे जो इस बेहतरीन खेल को भारत में समृद्ध पटल पर एन्ट्री दिला सके। इसी दौरान जैकुल शर्मा ने प्रीमियर हैंडबॉल लीग (पीएचएल) के बारे में सुना।
इस लीग के मापदंडों और विजन को जानकर जैकुल शर्मा ने राजस्थान की टीम किंग हॉक्स राजस्थान को खरीदने को मन बनाया।