
-कोटा महापौर चुनावों को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां का बयान
-कोटा में गहलोत सरकार एवं मंत्री शांति धारीवाल ने की लोकतंत्र की हत्या: डॉ. सतीश पूनियां
कोटा नगर निगम के महापौर चुनावों में गहलोत सरकार ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर लोकतंत्र का अपमान किया है।
निर्दलीय पार्षदों के परिजनों को बंदी बनाकर भाजपा समर्थकों के यहां प्रशासन का दुरुपयोग कर साम, दाम, दंड, भेद के साथ लोकतंत्र का गला घोंटने का षड्यंत्र रचा।
इसकी परिणति यह है कि जो कोटा में लाठीचार्ज हुआ वह इस बात का सबूत है कि कांग्रेस के लोगों ने पार्षदों पर दबाव बनाया है।
कोटा दक्षिण नगर निगम में कांग्रेस का बोर्ड बनाने के लिये मंत्री शांति धारीवाल ने सत्ता का दुरूपयोग कर भाजपा समर्थित निर्दलीय पार्षद लेखराज योगी के परिजनों को परेशान किया, भाजपा नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवाये गये।
लेखराज के परिजनों को परिजनों को पुलिस के माध्यम से डराया धमकाया गया, उसके माता पिता को भोपाल से लेकर इन्दौर तक एवं जयपुर ले जाकर बेवजह परेशान किया गया।
8 नवंबर को लेखराज योगी के मित्र एवं भाजपा कार्यकर्ता छावनी निवासी दिनेश कश्यप की मेडिकल की दुकान को सीज कर दिया गया, साथ ही दिनेश कश्यप के परिवार को परेशान किया गया।
सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर महापौर चुनाव के एनवक्त पहले नगर विकास न्यास कोटा की ओर से भाजपा नेता हितेन्द्र शर्मा हित्तू की आवास योजना पर रविवार को आनन-फानन में कार्रवाई की गई और मकानों पर बुलडोजर चला दिया।
गैर-आवसीय योजना बताकर नगर विकास न्यास का बोर्ड लगा दिया।
महापौर चुनाव के दिन दादाबाड़ी चौराहे सीआईडी सर्किल पर जब भाजपा पार्षदों एवं भाजपा समर्थित निर्दलीय पार्षद मतदान स्थल नगर निगम पहुंचे, तब कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं असामजिक तत्वों ने बस को रोकने का प्रयास किया, बस के आगे लेखराज योगी के माता पिता को आगे कर दिया गया।