मुम्बई। फिल्म अभिनेत्री और हाल ही में महाराष्ट्र की सरकार के साथ सीधा टकराव झेलने के कारण केंद्र सरकार के द्वारा Y श्रेणी की सुरक्षा हासिल कर चुकी कंगना रनौत का ऑफिस तोड़ा जाना राष्ट्रीय लेवल का विवाद बन गया है।
कंगना रनौत का कहना है कि बीएमसी के द्वारा उनका जो कार्यालय तोड़ा गया है, वह असल में शरद पवार से खरीदा गया है। इसलिए इसके अवैध या वैध निर्माण के लिए शरद पवार ही दोषी हैं।
उल्लेखनीय है कि 1 दिन पहले ही बीएमसी के द्वारा अवैध बताकर फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत का कार्यालय तोड़ दिया गया था, जिसके बाद विवाद बढ़ा और केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा अभिनेत्री को Y श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करवाई गई है।
दरअसल कंगना रनौत के द्वारा पिछले दिनों मुंबई की तुलना पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर से की थी। उन्होंने कहा था कि मुंबई इस तरह से नजर आती है जैसे पीओके है। इसके बाद शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय रावत ने उनको हरामखोर औरत कहकर संबोधित किया था।
इसके साथ ही महाराष्ट्र सरकार के दिशा निर्देश के बाद बीएमसी के द्वारा करोड़ों रुपए से निर्मित कंगना रनौत का कार्यालय तोड़ दिया गया। इस विवाद के चलते शिवसेना की महाराष्ट्र सरकार सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर है।