
नेशनल दुनिया, जयपुर।
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा ने उत्तर प्रदेश के लिए 1000 बसें उपलब्ध करवाने का शिगूफा छोड़ा था तो पलटकर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने उन 1000 बसों के नंबर और ड्राइवरों के नाम की जानकारी मांग ली।

अब करे तो क्या, क्योंकि दावा तो काल्पनिक था, इसीलिए हजारों करोड़ के घोटालों में जमानत पर चल रहे गांधी परिवार की वाड्रा ने रेंडम नंबर चुने और उनकी सूची बनाकर योगी आदित्यनाथ को भिजवा दी।

अब उस सूची में अंकित बसों के नंबर जब आरटीओ के रिकॉर्ड से जांचे गए तो पता चला कि जो नंबर प्रियंका वाड्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भिजवाए, उनमें से नंबर तीन पहिया ऑटो का है, मोटरसाइकिल का नंबर है, स्कूटर का है, स्कूटी का नम्बर है, तो निजी कार का, साथ ही कई ऐसी बसों का भी नंबर है जो कि ब्लैक लिस्टेड हैं। और अब उनका सड़क पर चलना ही गैरकानूनी है।

इसके बाद सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि यह है कांग्रेस और गांधी परिवार द्वारा झूठ बोलकर देश व जनता को मूर्ख बनाकर उन्हें भ्रमित कर सत्ता हथियाने की नौटंकी जिसका यह परिवार 1947 के बाद से लेकर आज तक इस्तेमाल करता आया है।

देश व जनता को लूट कर अपने खजाने भरता आया है तथा जनता का खून चूसता आया है।

लोगों कह रहे हैं कि अब समस्या यह हो गई कि सोशल मीडिया और इंटरनेट का जमाना है, इसी कारण से आम आदमी भी इस लुटेरे और झूठे परिवार के फर्जी दावों की सत्यता सरलता से परख लेता है।